संग में मेरे

संग में मेरे


जब देश दूर होता है
भाषा दूर होती  है।
तो लगता है माँ - बाप दूर हो गए।

जब हवा दूर होती है ,
बताश दूर होता है।
तो लगता है भाई - बहन दूर हो गए।

शून्य में ताकता एक इन्सान
अपने आप से पुछता है।
क्या था मेरा और
क्या रह गया संग में मेरे …


By- Saheb Ram Tudu

Comments

Popular posts from this blog

Jagannath Puri

Lugu buru dorson pore