एक यमुना

मैं ने एक ब्यक्ति से पूछा
दादा ! ये कौन सी नदी है?
उसने कहा , ये नदी नहीं है ,
हमलोगों का बहाया कचरा है ।
तभी मुझे याद आया ...
इसलिए आज यमुना एक नाला बन गई ,
और आज ये नाला बरबस जाने क्यों
मेरे लिए एक यमुना !

-साहेब राम टुडू 

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