बार ठप दाक्


बार ठप दाक्  रेयाक़ मर्म दो  
नोवा धरती छाड़ा द ओकोय बाडाय ! 

ओका दो दारे-नाड़ी खोन लिंज अाड़गोंन,
ओना लुत्ती रासा दो ओकोय बाडाय !  

ओका दो  साकाम -साकाम दूल अाड़गोन ,
ओना दाख रासा दो ओकोय बाडाय ! 

ओका दो बूसुप ओड़ाक् खोन जोरो अाड़गोन ,
ओना सोना-जारी रासा दो ओकोय बड़ाय !

ओका दो उप डोग खोन जोरो अाड़गोन 
ओना हिरा-मणि रासा दो ओकोय बड़ाय !

ओका दो सीताक्  शिशिर धुबी घांस रे,
ओना जीयोन  रासा दो ओकोय बड़ाय !

ओका दो साढ़ मेनाक् उपाल बाहा रे ,
ओना लूती रासा दो ओकोय बड़ाय !

ओना बार ठप सेरमा दाक्  ञांम लागित गे,
तिहिंग ती इञांक्  इंग लाहाय! 

बाड़ाय गेयां तिनाक् दामानाङ् ओना हज़ार ठप दाक्  ,
तिहिंग ओना गेन पांजा बाड़ाय! 

ओना दो दाक्  एकाय दो बांग कान ,
ओना गे जियोन दाड़े जीवीय रोफाय !

ओना बार ठप दाक् अास रे रोहोड़ गाडा हों ,
ओना चोट सेरमा सेने कोयोक् दोहराय !

मित टेन रोहोड़ पुखुरी हों ओहाय ,
ओटांगोक  रिमिल सेने कोयोग्  बाड़ाय! 

आर इंग हों ओना बार ठोप दाक गेंङ् कोयोक् होर एत
तिस नोवा जीवी लोहोदोक, अतुक् हेमाल होय !

तिस नोवा जीवी बेरेल रुवाड़ोक् ,
ओना ओना बार ठोप दाक् गें तोलास बाड़ाय!  

स्वरचित
तारीख : 02/08/2020


















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