बार ठप दाक्
बार ठप दाक् रेयाक़ मर्म दो नोवा धरती छाड़ा द ओकोय बाडाय ! ओका दो दारे-नाड़ी खोन लिंज अाड़गोंन, ओना लुत्ती रासा दो ओकोय बाडाय ! ओका दो साकाम -साकाम दूल अाड़गोन , ओना दाख रासा दो ओकोय बाडाय ! ओका दो बूसुप ओड़ाक् खोन जोरो अाड़गोन , ओना सोना-जारी रासा दो ओकोय बड़ाय ! ओका दो उप डोग खोन जोरो अाड़गोन ओना हिरा-मणि रासा दो ओकोय बड़ाय ! ओका दो सीताक् शिशिर धुबी घांस रे, ओना जीयोन रासा दो ओकोय बड़ाय ! ओका दो साढ़ मेनाक् उपाल बाहा रे , ओना लूती रासा दो ओकोय बड़ाय ! ओना बार ठप सेरमा दाक् ञांम लागित गे, तिहिंग ती इञांक् इंग लाहाय! बाड़ाय गेयां तिनाक् दामानाङ् ओना हज़ार ठप दाक् , तिहिंग ओना गेन पांजा बाड़ाय! ओना दो दाक् एकाय दो बांग कान , ओना गे जियोन दाड़े जीवीय रोफाय ! ओना बार ठप दाक् अास रे रोहोड़ गाडा हों , ओना चोट सेरमा सेने कोयोक् दोहराय ! मित टेन रोहोड़ पुखुरी हों ...