एक इतिहास

एक इतिहास मिटने जा रहा हूँ
जो मेरे वर्तमान को बनाने से रोकती है
कोई जो मुझे बार बार
मेरा इतिहास दिखता है।
कोई है जो मुझे बार बार
मेरा इतिहास स्मरण करता है।

है एक भारत !
जो मुझे हमेशा अंधकार में रखना चाहता है
पर वो जानता नहीं
मैं स्वयं आग हूँ
और आग को अंधकार घेर नहीं सकती
मैं उज्जवल और दीप्तमान हूँ।

और मुझे पता है
जहाँ मैं स्थापित हो जाऊ
वहीँ से मेरा वर्त्तमान शुरू
हो जाता है
और मुझे मेरा इतिहास दिखाने  कि जरुरत नहीं
क्योंकि वो इतिहास मेरा खुद का बनाया नहीं
दूसरों के बनाये गए हैं। 

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